सुभाष-भगत-सुखदेव-गुरु, चन्द्रशेखर आज़ाद यहाँ, अशफाक उल्ला और बिस्मिल।। सुभाष-भगत-सुखदेव-गुरु, चन्द्रशेखर आज़ाद यहाँ, अशफाक उल्ला और बिस्मिल।।
हम कृतज्ञ है उनके शौर्य और साहस का दिन मान लिखेंगे हम कृतज्ञ है उनके शौर्य और साहस का दिन मान लिखेंगे
साहस साहस
वतन के वास्ते हम तो ख़ुशी से सर कटा देंगे हंसते-हंसते अपनी जान भी इस पर लुटा देंगे। वतन के वास्ते हम तो ख़ुशी से सर कटा देंगे हंसते-हंसते अपनी जान भी इस पर लुटा ...
शत्रु के रक्त से कर विजय अभिमान का दिया उपहार शत्रु के रक्त से कर विजय अभिमान का दिया उपहार